दिल्ली-NCR में GRAP-4 लागू: स्कूल-कॉलेज बंद, WFH के निर्देश; जानें क्या-क्या पाबंदियां

दिल्ली-NCR में GRAP-4 लागू: स्कूल-कॉलेज बंद, WFH के निर्देश; जानें क्या-क्या पाबंदियां

दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को फिर से लागू कर दिया गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद यह फैसला लिया गया। इसके चलते कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं ताकि प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।

क्या है GRAP-4?

GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए लागू किया जाने वाला एक आपातकालीन कार्य योजना है। इसमें वायु गुणवत्ता के स्तर के आधार पर चार चरण निर्धारित किए गए हैं –

1. स्टेज 1: हल्का प्रदूषण (AQI 201-300)


2. स्टेज 2: मध्यम प्रदूषण (AQI 301-400)


3. स्टेज 3: गंभीर प्रदूषण (AQI 401-450)


4. स्टेज 4: बेहद गंभीर प्रदूषण (AQI 450+)



GRAP-4 के तहत सबसे सख्त कदम उठाए जाते हैं, क्योंकि इस स्तर पर प्रदूषण लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो जाता है।

स्कूल-कॉलेज और दफ्तरों पर असर

GRAP-4 लागू होते ही दिल्ली और NCR के स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऑफलाइन कक्षाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं और ऑनलाइन पढ़ाई यानी वर्क फ्रॉम होम (WFH) का विकल्प दिया गया है।
इसके अलावा, निजी और सरकारी दफ्तरों को भी अपने कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम लागू करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके।

क्या-क्या पाबंदियां लगाई गईं?

GRAP-4 लागू होने के साथ कई अहम पाबंदियां लगाई गई हैं:

1. निर्माण कार्य पर पूरी तरह से रोक: सभी प्रकार के निर्माण और तोड़-फोड़ के कार्यों पर पाबंदी लगा दी गई है।


2. वाहनों पर सख्ती: डीजल से चलने वाले ट्रकों और गैर-जरूरी वाहनों की एंट्री दिल्ली में प्रतिबंधित कर दी गई है।


3. औद्योगिक गतिविधियों पर रोक: प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को बंद करने का निर्देश दिया गया है।


4. सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा: मेट्रो और बसों की सेवाएं बढ़ाई जा रही हैं ताकि लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करें।


5. हाइवे और सड़कों पर धूल नियंत्रण: सड़कों पर पानी का छिड़काव और धूल नियंत्रण के उपाय किए जा रहे हैं।



प्रदूषण का कारण

दिल्ली-NCR में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के पीछे कई कारण हैं, जैसे:

पराली जलाना

निर्माण कार्य और सड़कों की धूल

वाहनों से निकलने वाला धुआं

मौसम में बदलाव और हवा की कम रफ्तार


सेहत पर असर

प्रदूषण के इस गंभीर स्तर के कारण सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, त्वचा रोग और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों के लिए यह स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।

निष्कर्ष

GRAP-4 के लागू होने के बाद सरकार और प्रशासन प्रदूषण कम करने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं। लेकिन यह केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है। लोगों को भी जागरूक होना होगा और वाहनों का कम उपयोग, कार-पूलिंग और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल जैसे उपाय अपनाने होंगे। प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में सभी का सहयोग बेहद जरूरी है।

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